Tuesday, February 2, 2010

राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन

535, डबल स्टोरी, द्वितीय तल, न्यू राजेन्द्र नगर, नयी दिल्ली-110060

फोन -011-28742395। ईमेल- officekngovindacharya@gmail.com

माननीय श्री किशोर तिवारी

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सादर नमस्कार ।

हम महात्मा गांधीजी की पुस्तिका ‘हिंद स्वराज्य’ का शताब्दी वर्ष मना रहे हैं । गांधीजी का प्रियतम विषय था-‘ग्राम स्वराज्य’। स्वतन्त्रता के 60 वर्ष बाद भी हम ग्राम स्वराज्य के विषय में विशेष प्रगति नहीं कर पाये हैं। आर्थिक सुधारों के बाद तो गांवों के उजडने की गति और भी बढी है। संविधान संशोधन करके देश में ‘पंचायती राज’ की स्थापना हुयी। ग्राम पंचायतों को कुछ विकास कार्यों के अधिकार भी दिये गये परंतु आर्थिक संसाधन तो उपलब्ध कराये ही नहीं। अतः दिये गये अधिकार भी कागजों में ही रह गये। इस कारण केन्द्र और राज्य की राजधानियों में बनी सरकारी योजनाoओं को लागू करने के सीमित तथा दिखावटी दायित्वों तक ग्राम पंचायतें सिकुड कर रह गयीं हैं।

ग्राम पंचायतों को इस दयनीय अवस्था से बाहर निकलने, विकास और विकास के लाभों को गांवों तक पहुंचाने, देश में विकेन्द्रित और संतुलित विकास करने, तथा महत्मा गांधीजी के ‘ग्राम स्वराज्य’ को सार्थक करने के लिये राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन ने सरकार के सामने मांग रखी है- केन्द्रीय बजट की 7% राशि सीधे ग्राम पंचायतों को मिले। मांग के समर्थन में देशव्यापी अभियान प्रारंभ करने का निर्णय किया है। इस अभियान के प्रथम चरण के रूप में 8 फरवरी 2010 को सुबह 10 बजे से जंतर-मंतर, दिल्ली में धरना आयोजित किया है। साथ ही देश में 60 से अधिक जिलों मे धरना करने की अपील कार्यकर्ताओं से की है।

आप देश के प्रबुध्द जन हैं तथा अनेकों जनांदोलनों का आपने नेतृत्व किया है। आपका सहभाग इस आंदोलन की सफलता के लिये महत्त्वपूर्ण है। अतः आपसे निवेदन है कि आप इस आंदोलन को सहयोग और आशीर्वाद प्रदान करें। यदि आप आप फरवरी 8, 2010 को जंतर-मंतर, दिल्ली में आयोजित धरना में भाग लेंगे तो राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन आपका आभारी रहेगा।

आपका,

गोविंदाचार्य

राष्ट्रीय संयोजक, राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन

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